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कुछ कहानियाँ कोई निशान नहीं छोड़तीं।  
कुछ और… गूंज बन जाती हैं।  

ये चाँद की कुछ प्रतिध्वनियाँ हैं।

“चाँद महज़ एक तमाशा नहीं है।  
यह आत्मा की यात्रा की एक बहुरूपदर्शी कहानी है —  
हमें यांत्रिक जीवन से ऊपर उठने का आह्वान करते हुए,  
और आश्चर्य को याद रखो।”

— डॉ. माइकल ब्रैडबर्न-रस्टर 

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“हर बार जब मैंने चाँद से दूर जाने की कोशिश की,  
तारे मौन हो जाते थे।  

मेरा दिल तब तक फिर से नहीं खिलेगा,  
जब तक मैं ‘हाँ’ नहीं कहूँ।”


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